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लड़कों में Fragile X Syndrome कैसे पहचानें? ये लक्षण नज़रअंदाज़ न करें:

लड़कों में Fragile X Syndrome के लक्षण क्या होते हैं?

  • Fragile X syndrome (FXS) एक आनुवंशिक (genetic) विकार है जो विशेष रूप से लड़कों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।
  • यह मानसिक विकास, सीखने की क्षमता और व्यवहार पर गहरा असर डालता है।
  • FXS की वजह से शरीर में एक विशेष जीन (FMR1 gene) ठीक से काम नहीं करता,
  • जिससे प्रोटीन की कमी हो जाती है जो दिमाग़ के विकास में मदद करता है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि लड़कों में Fragile X syndrome के कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं। इससे न सिर्फ़ बीमारी को जल्दी पहचानने में मदद मिलेगी, बल्कि सही समय पर इलाज और सपोर्ट भी मिल सकेगा।

मानसिक और बौद्धिक लक्षण

Fragile X syndrome का सबसे ज़्यादा असर लड़कों के दिमाग़ी विकास पर पड़ता है। इसके लक्षण बहुत जल्दी बचपन में ही दिखने लगते हैं।

• बौद्धिक विकास में देरी – लड़के सामान्य बच्चों की तुलना में बोलने, समझने, और सीखने में पीछे रहते हैं।
• सीखने में कठिनाई – पढ़ाई, ध्यान केंद्रित करना, और समस्या हल करने में परेशानी होती है।
• भाषा और बोलने में देरी – पहला शब्द देर से बोलना, वाक्य बनाने में कठिनाई।
• सोचने की क्षमता कमजोर – साधारण चीज़ों को समझने और याद रखने में मुश्किल होती है।
• सवालों का जवाब देने में हिचकिचाहट – जवाब सोचने में वक्त लगता है या उलझ जाते हैं।

व्यवहार संबंधी लक्षण

Fragile X syndrome से ग्रस्त लड़कों में व्यवहार भी सामान्य बच्चों से अलग होता है। कई बार ये लक्षण ऑटिज़्म से मिलते-जुलते होते हैं।

• बहुत ज़्यादा शर्मीले होते हैं – दूसरे बच्चों से मिलना-जुलना पसंद नहीं करते।
• आँखों में आँखें डालकर बात नहीं करते – Eye contact से बचते हैं।
• बार-बार हिलना, हाथ हिलाना या शरीर झुलाना – Repetitive behavior जैसे हाथ झटकना, कुर्सी पर झूलना।
• एक ही बात को बार-बार दोहराना – Same word या sentence कई बार बोलते हैं।
• तेज़ गुस्सा आना – छोटी बातों पर चिढ़ना या रो पड़ना।
• ध्यान की कमी – किसी काम में लंबे समय तक ध्यान नहीं लगा पाते।
• नियमों को समझने और मानने में दिक्कत – Disobedient या ज़िद्दी हो सकते हैं।
• सामाजिक दूरी – ग्रुप एक्टिविटी में हिस्सा नहीं लेना, अकेले रहना पसंद करना।

शारीरिक लक्षण

Fragile X syndrome में कुछ शारीरिक बदलाव भी देखे जाते हैं जो धीरे-धीरे बढ़ते हैं। हालांकि ये लक्षण हर लड़के में एक जैसे नहीं होते।

• लंबा चेहरा – उम्र के साथ चेहरे का आकार लंबा हो जाता है।
• बड़े और उभरे हुए कान – कान आकार में बड़े होते हैं और बाहर की ओर झुके होते हैं।
• नरम और लचीले जोड़ – शरीर के जोड़ बहुत ज़्यादा लचीले होते हैं, खासकर उंगलियों के।
• सपाट पैर (Flat feet) – चलने और दौड़ने में तकलीफ हो सकती है।
• मोटे और बड़े अंडकोष – Puberty (किशोरावस्था) के बाद testicles का आकार सामान्य से बड़ा हो सकता है।
• हड्डियों की बनावट में अंतर – जैसे कंधे नीचे झुके हुए या पैर X-शेप में।
• अत्यधिक पसीना आना – बिना किसी कारण पसीना आ सकता है।

संवेदी (Sensory) लक्षण

Fragile X syndrome से ग्रस्त लड़कों में Sensory processing disorder यानी इंद्रियों से जुड़ी समस्याएं भी देखी जाती हैं। इससे उनकी रोज़मर्रा की गतिविधियों पर असर पड़ता है।

• तेज़ आवाज़ से डरना – हल्की सी आवाज़ भी उन्हें चौंका सकती है।
• रौशनी से असहज होना – तेज़ रोशनी में आंखें बंद करना या आंखें मलना।
• स्पर्श से चिढ़ – कोई छू ले तो झुंझलाहट महसूस करना।
• कपड़ों से परेशानी – टाइट या चुभने वाले कपड़े पहनना पसंद नहीं करते।
• खाने में चूजी – बहुत ही कम चीज़ें खाते हैं, स्वाद या टेक्सचर की वजह से।
• गंध और स्वाद को लेकर संवेदनशीलता – कुछ महक या स्वाद से चक्कर या उल्टी हो सकती है।

भावनात्मक समस्याएँ

Fragile X syndrome न सिर्फ़ दिमाग़ और शरीर को प्रभावित करता है, बल्कि लड़कों की भावनात्मक सेहत पर भी असर डालता है।

• चिंता (Anxiety) – हमेशा डरे हुए या घबराए हुए लगते हैं।
• डिप्रेशन के लक्षण – मन उदास रहना, किसी चीज़ में रुचि न होना।
• आत्मविश्वास की कमी – खुद को कमजोर या अलग महसूस करना।
• अचानक मूड बदलना – कभी बहुत खुश, तो कभी चुपचाप।
• नकारात्मक सोच – “मैं ये नहीं कर सकता”, “मैं बेकार हूँ” जैसे भाव।

विकास से जुड़े संकेत

कई बार माता-पिता बच्चों में कुछ subtle (धीमे) बदलावों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन Fragile X में ये बदलाव पहचानना ज़रूरी है।

• देर से चलना या बैठना सीखना
• देर से बोलना शुरू करना
• Toilet training में देरी
• दोस्त बनाने या खेल में शामिल होने में परेशानी
• रोज़मर्रा के कार्यों में मदद की ज़रूरत

स्कूल और शिक्षा से जुड़ी समस्याएँ

Fragile X syndrome से प्रभावित लड़कों को स्कूल में पढ़ाई और सामाजिक व्यवहार में कई तरह की कठिनाइयाँ होती हैं।

• पढ़ने और लिखने में देरी
• गणित और लॉजिकल चीज़ों को समझने में दिक्कत
• होमवर्क या क्लासवर्क में ध्यान नहीं दे पाना
• शिक्षक की बात समझने में परेशानी
• साथी छात्रों से दूरी बना लेना
• शरारती या गुस्सैल समझे जाना, जबकि कारण कुछ और होता है

किशोरावस्था और युवावस्था में लक्षण

जैसे-जैसे लड़का बड़ा होता है, कुछ लक्षण और साफ़ दिखाई देने लगते हैं।

• puberty के समय Testicles का असामान्य बढ़ना
• सामाजिक व्यवहार में और ज़्यादा दूरी
• गुस्से और निराशा में वृद्धि
• आत्मनिर्भरता में कमी
• स्पेशल एजुकेशन या ट्रीटमेंट की ज़रूरत

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

  • अगर आपके बेटे में ऊपर बताए गए लक्षणों में से कई दिखाई दें — खासकर बोलने में देरी, सीखने में परेशानी, और अजीब व्यवहार — तो तुरंत किसी बाल रोग विशेषज्ञ (pediatrician) या बाल मानसिक रोग विशेषज्ञ (child psychiatrist) से संपर्क करें।
  • DNA टेस्ट के जरिए Fragile X syndrome की पुष्टि की जा सकती है। जितनी जल्दी पहचान होगी, उतना बेहतर होगा।

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