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कमजोर होती नसें: Charcot-Marie-Tooth बीमारी का सच और बचाव के तरीके:

Charcot-Marie-Tooth रोग क्या होता है?

Charcot-Marie-Tooth (CMT) एक आनुवंशिक (genetic) रोग है जो उन नसों को प्रभावित करता है जो हमारे हाथ-पैरों की मांसपेशियों को नियंत्रित करती हैं।
यह बीमारी शरीर की परिधीय नसों (Peripheral nerves) में समस्या पैदा करती है — यानी वे नसें जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी से सिग्नल भेजती हैं।
CMT में धीरे-धीरे पैरों, टखनों और हाथों की मांसपेशियाँ कमजोर होने लगती हैं।

इस बीमारी का नाम “Charcot-Marie-Tooth” क्यों रखा गया?

इस बीमारी का नाम तीन वैज्ञानिकों — Jean-Martin Charcot, Pierre Marie, और Howard Henry Tooth — के नाम पर रखा गया जिन्होंने 1886 में इस रोग का पहली बार वर्णन किया था।
इन तीनों ने यह पाया कि यह बीमारी परिवारों में चलती है और मुख्य रूप से नसों को प्रभावित करती है।

यह बीमारी कितनी आम है?

Charcot-Marie-Tooth रोग दुनिया की सबसे आम विरासत में मिलने वाली (inherited) तंत्रिका बीमारियों में से एक है।
लगभग हर 2,500 में से 1 व्यक्ति इससे प्रभावित होता है।
हालांकि यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआती चरण में ज़्यादातर लोगों को पता भी नहीं चलता।

Charcot-Marie-Tooth रोग के मुख्य लक्षण क्या हैं?

CMT के लक्षण व्यक्ति-व्यक्ति पर निर्भर करते हैं, लेकिन आम लक्षण हैं:

  • पैरों की मांसपेशियों की कमजोरी
  • पैरों का मुड़ना या टेढ़ापन (high-arched feet)
  • चलने में अस्थिरता या गिरना
  • हाथों और उंगलियों की पकड़ कमजोर होना
  • पैरों और हथेलियों में सुन्नपन या झनझनाहट
  • रिफ्लेक्स (reflexes) का कम होना

ये लक्षण समय के साथ बढ़ते जाते हैं।

CMT के कारण क्या हैं?

CMT आनुवंशिक जीन म्यूटेशन (gene mutation) के कारण होता है।
यह म्यूटेशन उन प्रोटीनों को प्रभावित करता है जो नसों की बाहरी परत (myelin sheath) को बनाते हैं या नसों के अंदर संदेश पहुँचाने का काम करते हैं।
जब ये जीन खराब हो जाते हैं, तो नसें संदेश ठीक से नहीं भेज पातीं — जिससे मांसपेशियाँ कमजोर पड़ जाती हैं।

क्या यह बीमारी जन्म से होती है?

हाँ, यह बीमारी जन्म से ही होती है क्योंकि यह आनुवंशिक होती है।
हालांकि इसके लक्षण अक्सर बचपन या किशोरावस्था में दिखने शुरू होते हैं।
कुछ लोगों में लक्षण 30 या 40 साल की उम्र में भी प्रकट होते हैं।

क्या Charcot-Marie-Tooth रोग संक्रामक है?

नहीं, यह बीमारी संक्रामक नहीं है।
यह एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलती।
यह सिर्फ तब होती है जब माता-पिता में से कोई एक या दोनों इस बीमारी के दोषपूर्ण जीन को आगे बढ़ाते हैं।

CMT के कितने प्रकार होते हैं?

Charcot-Marie-Tooth रोग के कई प्रकार होते हैं, जैसे:

Charcot-Marie-Tooth रोग का निदान कैसे किया जाता है?

CMT का पता लगाने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जांचें करते हैं:

  • Neurological exam – मांसपेशियों की ताकत और संतुलन की जांच।
  • Nerve conduction test (NCV) – नसों में सिग्नल की गति मापी जाती है।
  • Electromyography (EMG) – मांसपेशियों की गतिविधि जांची जाती है।
  • Genetic testing – जीन में होने वाले बदलावों की पुष्टि की जाती है।

क्या इस बीमारी का इलाज संभव है?

वर्तमान में CMT का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
इलाज का लक्ष्य मांसपेशियों की कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता सुधारना होता है।
इसमें फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, ऑर्थोटिक सपोर्ट, और दवाइयाँ शामिल हैं।

क्या फिजियोथेरेपी से लाभ होता है?

हाँ, फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) CMT मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होती है।
यह मांसपेशियों की लचीलापन और ताकत बनाए रखती है।
हल्के व्यायाम जैसे तैरना, स्ट्रेचिंग और वॉकिंग नसों को सक्रिय रखते हैं और रोग की प्रगति को धीमा करते हैं।

क्या सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है?

कुछ मामलों में, जब पैरों का टेढ़ापन या विकृति बढ़ जाती है, तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
सर्जरी का उद्देश्य पैरों की बनावट को ठीक करना और चलने में सुधार लाना होता है।
लेकिन यह तभी की जाती है जब फिजियोथेरेपी और सपोर्ट पर्याप्त न हों।

क्या Charcot-Marie-Tooth रोग से जीवनकाल कम होता है?

ज़्यादातर मामलों में CMT से जीवनकाल प्रभावित नहीं होता।
मरीज सामान्य जीवन जी सकते हैं, लेकिन उन्हें कुछ सीमाएँ रह सकती हैं — जैसे तेज़ दौड़ना, भारी काम करना या लंबे समय तक खड़ा रहना कठिन हो सकता है।
समय पर फिजियोथेरेपी और देखभाल से जीवन की गुणवत्ता अच्छी बनी रहती है।

क्या CMT का इलाज भविष्य में संभव है?

हाँ, वैज्ञानिक gene therapy और stem cell research के ज़रिए इलाज ढूँढने की कोशिश कर रहे हैं।
भविष्य में यह उम्मीद है कि जीन सुधार तकनीक (CRISPR जैसी) से CMT जैसे आनुवंशिक रोगों का स्थायी इलाज संभव हो जाएगा।

क्या मरीज सामान्य जीवन जी सकते हैं?

हाँ, Charcot-Marie-Tooth के मरीज सावधानी और नियमित देखभाल से सामान्य जीवन जी सकते हैं।
उन्हें:

  • नियमित व्यायाम करना चाहिए
  • आरामदायक जूते पहनने चाहिए
  • अत्यधिक थकान से बचना चाहिए
  • मानसिक रूप से सकारात्मक रहना चाहिए

सही समय पर इलाज और सहयोग से यह बीमारी संभाली जा सकती है।

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