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क्या हीमोफीलिया का इलाज संभव है? जानिए इस ब्लड डिसऑर्डर की पूरी जानकारी:

हीमोफीलिया क्या है?

  • हीमोफीलिया एक आनुवंशिक (genetic) रोग है, जिसमें खून का थक्का (blood clot) आसानी से नहीं बनता।
  • इसकी वजह से मामूली चोट या कट लगने पर भी खून बहना ज्यादा समय तक चलता है।
  • कुछ मामलों में भीतरू रक्तस्राव (internal bleeding) भी हो सकता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों में सूजन व दर्द पैदा करता है।

हीमोफीलिया के कारण क्या होते हैं?

  • यह विरासत में मिलने वाला (hereditary) रोग है, जो माता-पिता से बच्चों में आता है।
  • इसमें शरीर में क्लॉटिंग फैक्टर (clotting factor) नामक प्रोटीन की कमी हो जाती है, जो खून को जमने में मदद करता है।
  • आमतौर पर यह लड़कों (males) में ज्यादा पाया जाता है।

हीमोफीलिया का इलाज क्या है?

  • इसका कोई स्थायी इलाज (permanent cure) नहीं है, लेकिन इंजेक्शन के ज़रिये क्लॉटिंग फैक्टर दिया जाता है, ताकि खून जम सके।
  • कुछ मरीजों को रेगुलर फैक्टर रिप्लेसमेंट थैरेपी दी जाती है।
  • सावधानी रखना ज़रूरी है कि चोट या कट न लगे।

बचाव और देखभाल क्या है?

  • खेल या कोई गतिविधि करते समय शरीर की सुरक्षा के लिए गार्ड्स पहनें।
  • दांतों की अच्छी देखभाल रखें ताकि मसूड़ों से खून न आए।
  • कोई भी नई दवा या इलाज करने से पहले डॉक्टर को जरूर बताएं।
  • ब्लड प्रेशर की सुई (IM injection) से बचें, ताकि अंदर खून न जमा हो।

हीमोफीलिया के लक्षण क्या होते हैं?

  • मामूली चोट पर भी खून देर तक बहना
  • नाक से बार-बार खून आना
  • मसूड़ों से खून आना
  • जोड़ो में सूजन, दर्द और गर्माहट (भीतरू रक्तस्राव के कारण)
  • बिना चोट के शरीर पर नीले निशान पड़ जाना
  • पेशाब या मल में खून आना (कभी-कभी)

हीमोफीलिया का इलाज क्या है?

  1. क्लॉटिंग फैक्टर थेरेपी:
    सबसे आम इलाज है फैक्टर VIII या IX का इंजेक्शन द्वारा शरीर में देना, जिससे खून का थक्का बन सके।
  2. प्रोफिलेक्टिक इलाज (Preventive care):
    कुछ मरीजों को नियमित रूप से ये फैक्टर दिए जाते हैं ताकि अंदरूनी रक्तस्राव को रोका जा सके।
  3. दर्द और सूजन के लिए दवाएं:
    जोड़ों के दर्द या सूजन में आराम देने वाली दवाएं डॉक्टर की सलाह से दी जाती हैं।

बचाव और देखभाल कैसे होती हैं?

  • चोट से बचें: खेलते वक्त हेलमेट, नी गार्ड जैसे प्रोटेक्शन पहनें।
  • दांतों की देखभाल: मसूड़ों से खून रोकने के लिए ओरल हाइजीन बनाए रखें।
  • सर्जरी या इलाज से पहले डॉक्टर को जानकारी दें।
  • IM इंजेक्शन से बचें: इससे भीतरी खून बह सकता है।

हीमोफीलिया के प्रकार क्या है?

  1. हीमोफीलिया A: फैक्टर VIII की कमी
  2. हीमोफीलिया B: फैक्टर IX की कमी
  3. हीमोफीलिया C (दुर्लभ): फैक्टर XI की कमी

क्या हीमोफीलिया लड़कियों को नहीं होता?

आमतौर पर लड़कियों में हीमोफीलिया बहुत ही दुर्लभ होता है क्योंकि यह X क्रोमोजोम से जुड़ा रोग है। लड़कियाँ इसके वाहक (carrier) बन सकती हैं, लेकिन उनमें लक्षण बहुत कम दिखते हैं।

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